जोड़ों के दर्द से मुक्ति
गाजर का कैल्सियस एवं विटामिन डी हड्डियों एवं जोड़ों को स्वास्थ्य बनाने का काम करता है। यूरिक एसिड को बाहर निकालकर जोडों मे लचीलापन बढ़ाता है, जिससे जोड़ों के दरद से मुक्ति मिलती है। जब गाजर उपलब्ध हों, तब नित्यप्रति सलाद तथा जूस के रूप में उपयोग करना चाहिए। गाजर क्षारीयता बढाती है, जिससे अनेक रोगों से बचाव होता है। माताओं को दूध की कमी में - गाजर का जूस माँ और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए वरदान होता है। दूध पिलाने वाली माताओं को दूध की कमी होने पर नित्यप्रति २५० ग्राम गाजर का जूस देने से दूध की मात्रा बढ़ती है या गाजर का हलुवा खाने के बाद एक गिलास दूध पिलाना चाहिए।
Carrot's calcium and vitamin D work to make bones and joints healthy. Increases flexibility in joints by flushing out uric acid, thereby relieving joint pain. When carrots are available, they should be used daily in the form of salad and juice. Carrot increases alkalinity, which prevents many diseases. Mothers lacking milk - Carrot juice is a boon for the health of both mother and child. If there is a shortage of milk, the quantity of milk increases by giving 250 grams of carrot juice daily to lactating mothers or a glass of milk should be given after eating carrot pudding.
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महर्षि दयानन्द को अधिष्ठात्री देवों की सत्ता स्वीकार्य न थी। उनके द्वारा तत्कालीन यज्ञ परम्परा का घोर विरोध किया गया। अपने वेदभाष्य व सत्यार्थप्रकाश में उन्होंने देवतावाची पदों का सही अर्थ प्रस्तुत किया। सत्यार्थप्रकाश सप्तम समुल्लास में देवता की परिभाषा देते हुए महर्षि कहते हैं- देवता दिव्यगुणों...